जब भी होता है हसीं साथ तेरा, लम्हें क्यूं हाथ से फिसलते हैं। जब भी होता है हसीं साथ तेरा, लम्हें क्यूं हाथ से फिसलते हैं।
है रंगमंच का प्रादुर्भाव हिन्द देश में नाट्य के सब रूप रंग इसी भूमि में। है रंगमंच का प्रादुर्भाव हिन्द देश में नाट्य के सब रूप रंग इसी भूमि में।
अच्छे अच्छे को देखा है, गिरगिट सा रंग बदलता है। अच्छे अच्छे को देखा है, गिरगिट सा रंग बदलता है।
आज पराये हो गये, कल तक थे जो संग। आज पराये हो गये, कल तक थे जो संग।
सबेरे का भूला शाम को घर आये तो उसे भुला नहीं कहते हैं। सबेरे का भूला शाम को घर आये तो उसे भुला नहीं कहते हैं।
बुद्धि और विवेक का, कभी न तजो साथ। बुद्धि और विवेक का, कभी न तजो साथ।